लेटा था अपने बिस्तर पर कुछ सोचते हुए
सहसा ठक&ठक सी आवाज हुई दरवाजे पर
ऐसा लगा कि तुम दस्तक सी दे रही हो
मै उठा दरवाजा खोला यह देख
हैरान हुआ कि कोई न था दरवाजे पर
लेटा था बिस्तर पर अपने कुछ सोचते हुए
सहसा ठक-ठक सी फिर आवाज हुई दरवाजे पर
ऐसा लगा कि तुम ही हो जो दस्तक सी दे रही हो
लेकिन यह क्या कि अचानक मेरा हाथ मेरे सिने पर गया
तो एहसास हुआ कि ठक&ठक सी आवाज जो
मेरे दिल के धड़कने कि आवाज थी
0 comments:
Post a Comment
आपकी अमूल्य टिप्पणियों के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद.
कृपया ध्यान दें - {अब आपकी टिप्पणीयॉ मुझे S.M.S.के द्वारा तुरंत मिलती है।}स्पैम (वायरस, ट्रोजन व रद्दी साइटों इत्यादि की कड़ियों युक्त)टिप्पणियों की समस्या के कारण टिप्पणियों का मॉडरेशन न चाहते हुए भी लागू है. अतः आपकी टिप्पणियों को यहां पर प्रकट व प्रदर्शित होने में कुछ समय लग सकता है.